हिंदी रोमांटिक गजल Lyrics /अपने होंठों पर सजाना चाहता हूँ.....

हिंदी रोमांटिक गजल Lyrics /अपने होंठों पर सजाना चाहता हूँ.....

हिंदी रोमांटिक गजल Lyrics /अपने होंठों पर सजाना चाहता हूँ.....
हिंदी रोमांटिक गजल Lyrics /अपने होंठों पर सजाना चाहता हूँ.....
       हिंदी रोमांटिक गजल Lyrics 

अपने होंठों पर सजाना चाहता हूँ¡
आ तुझे मैं गुनगुनाना चाहता हूँ||

कोई आँसू तेरे दामन पर गिराकर¡
बूँद को मोती बनाना चाहता हूँ||

थक गया मैं करते-करते याद तुझको¡
अब तुझे मैं याद आना चाहता हूँ||

छा रहा है सारी बस्ती में अँधेरा¡
रोशनी हो, घर जलाना चाहता हूँ||

आख़री हिचकी तेरे ज़ानों पे आये¡
मौत भी मैं शायराना चाहता हूँ||

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तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ..... 

      हिंदी रोमांटिक गजल


तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ¡
मैं तन्हाई के दिन आते देख रहा हूँ||

आने वाले लम्हे से दिल सहमा है¡
तुमको भी डरते घबराते देख रहा हूँ||

कब यादों का ज़ख्म भरे कब दाग मिटे¡
कितने दिन लगते हैं भुलाते देख रहा हूँ||

उसकी आँखों में भी काजल फैला है¡
मैं भी मुड़ के जाते जाते देख रहा हूँ||

#जावेद अख़्तर

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