Top 5 ghazal by jagjit Singh /ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो:-

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Top 5 ghazal by jagjit Singh /ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो:-
Top 5 ghazal by jagjit Singh /ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो.....

               Top 5 ghazal jagjit Singh 

ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो
भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी
मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन
वो काग़ज़ की कश्ती, वो बारिश का पानी

मुहल्ले की सबसे पुरानी निशानी
वो बुढ़िया जिसे बच्चे कहते थे नानी
वो नानी की बातों में परियों का डेरा
वो चेहरे की झुर्रियों में सदियों का फेरा
भुलाये नहीं भूल सकता हैं कोई
वो छोटी सी रातें, वो लंबी कहानी

कड़ी धूंप में अपने घर से निकलना
वो चिड़िया, वो बुलबुल, वो तितली पकड़ना
वो गुड़िया की शादी में लड़ना झगड़ना
वो झूलों से गिरना, वो गिर के संभलना
वो पीतल के छल्लों के प्यारे से तोहफ़े
वो टूटी हुई चूड़ियों की निशानी

कभी रेत के उँचे टीलों पे जाना
घरौंदे बनाना, बनाकर मिटाना
वो मासूम चाहत की तस्वीर अपनी
वो ख्वाबों खिलौनों की जागीर अपनी
ना दुनियाँ का ग़म था, ना रिश्तों के बंधन
बड़ी खुबसूरत थी वो ज़िंदगानी

#सुदर्शन फ़ाकिर

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Top 5 ghazal by jagjit Singh 

आपको देख कर देखता रह गया
क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया

आते-आते मेरा नाम-सा रह गया
उस के होंठों पे कुछ काँपता रह गया

वो मेरे सामने ही गया और मैं
रास्ते की तरह देखता रह गया

झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गये
और मैं था कि सच बोलता रह गया

आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे
ये दिया कैसे जलता हुआ रह गया

#वसीम बरेलवी

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Top 5 ghazal by jagjit Singh 

मुस्कुरा कर मिला करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे

बात करने से बात बढ़ती है
रोज़ बातें किया करो हमसे

दुश्मनी से मिलेगा क्या तुमको
दोस्त बनकर रहा करो हमसे

देख लेते है सात पर्दों में
यूँ ना पर्दा किया करो हमसे

#इब्राहिमअश्क़

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Top 5 ghazal by jagjit Singh 


ये हक़ीक़त है के होता है असर बातों में
तुम भी खुल जाओगे दो-चार मुलक़ातों में

तुम से सदियों की वफ़ाओ का कोई नाता था
तुम से मिलने की लकीरें थीं मेरे हाथों में

तेरे वादों ने हमें घर से निकलने न दिया
लोग मौसम का मज़ा ले गए बरसातों में

अब न सूरज न सितारे न शमा और न चाँद
अपने ज़ख्म़ों का उजाला है घनी रातों में

#सईद राही

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Top 5 ghazal by jagjit Singh 


गम का खज़ाना तेरा भी है मेरा भी, 
ये नज़राना तेरा भी है मेरा भी ||

अपने गम को गीत बनाकर गा लेना, 
राग पुराना तेरा भी है मेरा भी ||

शहर में गलीयों गलीयों जिसका चर्चा है, 
वो अफ़साना तेरा भी है मेरा भी ||

तू मुझको और मैं तुझको समझाये क्या, 
दिल दीवाना तेरा भी है मेरा भी ||

मयख़ाने की बात न कर मुझसे वाईज़, 
आना जाना तेरा भी है मेरा भी ||


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