Love गजल in Hindi Lyrics /कही-सुनी पे बहुत एतबार.....
Love गजल in Hindi Lyrics /कही-सुनी पे बहुत एतबार.....
Love गजल in Hindi
कही-सुनी पे बहुत एतबार करने लगे,
मेरे ही लोग मुझे संगसार करने लगे|
पुराने लोगों के दिल भी हैं ख़ुशबुओं की तरह,
ज़रा किसी से मिले, एतबार करने लगे|
नए ज़माने से आँखें नहीं मिला पाये,
तो लोग गुज़रे ज़माने से प्यार करने लगे|
कोई इशारा, दिलासा न कोई वादा मगर,
जब आई शाम तेरा इंतज़ार करने लगे|
हमारी सादामिजाज़ी की दाद दे कि तुझे,
बगैर परखे तेरा एतबार करने लगे|
Love गजल in Hindi
कही-सुनी पे बहुत एतबार करने लगे,
मेरे ही लोग मुझे संगसार करने लगे|
पुराने लोगों के दिल भी हैं ख़ुशबुओं की तरह,
ज़रा किसी से मिले, एतबार करने लगे|
नए ज़माने से आँखें नहीं मिला पाये,
तो लोग गुज़रे ज़माने से प्यार करने लगे|
कोई इशारा, दिलासा न कोई वादा मगर,
जब आई शाम तेरा इंतज़ार करने लगे|
हमारी सादामिजाज़ी की दाद दे कि तुझे,
बगैर परखे तेरा एतबार करने लगे|
0 टिप्पणियाँ